किडनी एवं जीवन

जनता कालोनी रोहतक के रहने वाले बचन सिंह रावत ने अपनी पुत्री अनीता की देहदान की। छह साल पहले अनीता की किडनी फेल हो गई थी। अनीता के भाई अनिल तथा सुनील ने बताया कि वर्ष 2013 में अनीता की किडनी फेल हो गई थी और उनके पिता द्वारा किडनी देने से वह 6 साल तक स्वस्थ रहीं और अनीता की इच्छा स्वरूप ही आज वें उसका शरीर पीजीआईएमएस में छात्रों की रिसर्च के लिए दान करने आए हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. एसके राठी ने परिवार को स्मृत्ति चिन्ह के तौर पर एक सर्टिफिकेट व पौधा भेंट किया। इस मौके पर पीजीआईएमएस की एनाटमी विभागाध्यक्ष डॉ. काता राठी ने बताया कि मेडिकल साइंस ने पिछले कई दशकों में काफी तरक्की की है। अब मेडिकल के छात्रों को शरीर के विषय मे जानकारी ज्ञान प्रदान करने के लिए रबर और प्लास्टिक के मॉडल उपलब्ध है। मगर सही और सटीक ज्ञान प्राप्त करने के लिए आज भी हमें मानव शरीर की आवश्यकता पड़ती है। बचन रावत ने अपनी पुत्री करीब 33 वर्षीय अनीता का शरीरदान करवाकर सराहनीय कार्य किया है और यह अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत है